ख्वाहिशें

ख्वाहिशों का क्षितिज असीम है |

कल्पनाओँ का विराट सैलाब है ||

कभी , अनकही अधूरी ख्वाहिशों का जाल |

तो कभी , गवाक्ष खोल उडान भरती हसरतो का अंदाज ||

कभी ,नव जीवन सृजन की पल्लवित अभिलाषाएँ |

तो कभी ,मानवता के ध्वँस को उन्मुख ख्वाहिशें|

कभी ,अभीष्ट पर कुर्बान होने की तमन्ना |

तो कभी ,अन्तः ज्वाला से तपित दग्ध कामना ||

कभी ,प्रणय रागिनी की अलौकिक धारा से स्पंदित अभिलाष |

तो कभी ,चिर विरही मिलन की आकुल तृषा||

कभी ,काल्पनिक स्वर्ग की ख्वाहिश |

तो कभी ,मन के खंडहर की प्रदक्षिणा की गुज़ारिश||

कभी ,शून्य से शिखर तक उत्थान की कामना |

तो कभी ,धूमिल स्वप्न पतन की कंपित आशंका ||

कभी ,अति सूक्ष्म निराकार निर्मल आनंदित ख्वाहिशें |

तो कभी ,बंधन विहीन विहंगम फरमाइशें ||

कभी ,शैशव के सपने.व् मदमाते यौवन की ख्वाहिशें |

तो कभी ,कर्तव्य कर्म से बंधन मुक्त होने की हसरते ||

कभी ,मृगतृष्णा से भ्रमित संचित आकांक्षाये |

तो कभी ,कटु सत्य से प्रेरित अभिलाषाएँ ||

आरम्भ बिंदु है ख्वाहिशों का ,

मनुज के प्रथम खोलते लोचन मे|

और हुलसती है ,प्राणहंत होने तक ||

ख्वाहिशे चिरन्तर आस की स्फुलिंग है |

इसलिए, ख्वाहिशों का क्षितिज असीम है ||

27 thoughts on “ख्वाहिशें

  1. ख्वाहिशों का क्षितिज असीम है।यही हमें उड़ना सिखाती है।बहुत ही खूबसूरत कविता एवं शब्द।

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  2. कभी ,शून्य से शिखर तक उत्थान की कामना
    तो कभी ,धूमिल स्वप्न पतन की कंपित आशंका 

    Very Beautiful & inspirational💐😊

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